आपातकाल के इतिहास से सबक ले लोग : त्रिलोक कपूर
*आपातकाल पर भाजपा का जनजागरण: लोकतंत्र की रक्षा का आह्वान: सुधीर*
*संगोष्ठी में बोले पवन काजल: आपातकाल नहीं दोहराया जा सकता*
*भाजपा ने आपातकाल की बरसी पर कांग्रेस पर किया प्रहार, लोकतंत्र को ‘काला दिन’ बताया*
*धर्मशाला: जून
कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल के समय में काले अध्याय पर संगोष्ठी का आयोजन लायंस क्लब धर्मशाला में किया गया। इस संगोष्ठी में लोकतंत्र प्रहरी जो आपतकाल के समय में जो जेल में बंद रहे थे उन्होंने अपने अनुभव सांझा किए।
हिमाचल प्रदेश भाजपा महामंत्री त्रिलोक कपूर ने धर्मशाला में कांग्रेस द्वारा लगाए गए आपातकाल के काले अध्याय का 50वी वर्षगांठ पर आयोजित संगोष्ठी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आपातकाल भारतीय राजनीति का ऐसा अध्याय है जिससे आज भी सीख ली जाती है। यह एक चेतावनी है कि लोकतंत्र को सशक्त बनाए रखना कितना जरूरी है, और संस्थाओं की स्वतंत्रता कितनी महत्वपूर्ण है।
कपूर ने कहा कि "आपातकाल" भारतीय लोकतंत्र के इतिहास का एक अत्यंत संवेदनशील और विवादास्पद अध्याय है। यह वह समय था जब देश के संविधान में निहित मौलिक अधिकारों को सीमित कर दिया गया था ।
पूर्व मंत्री और धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा ने कहा कि "आपातकाल की घोषणा कांग्रेस की सत्ता लोलुपता और निरंकुश मानसिकता का प्रतीक है। आज हम उन सभी लोकतंत्र रक्षकों को नमन करते हैं जिन्होंने जेलें सहीं, अत्याचार झेले और फिर भी तानाशाही के खिलाफ झुके नहीं।"
सुधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस आज भी आपातकाल की मानसिकता से ग्रस्त है। 1975 की तरह आज भी वह वंशवाद, तुष्टिकरण और सत्ता के केंद्रीकरण को ही राजनीति मानती है। उन्होंने कहा कि भारत की जनता ने ऐसे रवैये को बार-बा नकारा है।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष और कांगड़ा से विधायक पवन काजल ने आपातकाल की 50वीं बरसी पर कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। काजल ने भारतीय लोकतंत्र का "काला दिन" बताते हुए कांग्रेस पर लोकतांत्रिक मूल्यों को कुचलने का आरोप लगाया।
काजल ने कहा कि “आज से 50 वर्ष पहले देश पर थोपा गया आपातकाल हमारे लोकतंत्र पर किया गया सबसे बड़ा आघात था। वह दौर न केवल नागरिक स्वतंत्रता को कुचलने वाला था, बल्कि प्रेस, न्यायपालिका और विपक्ष की आवाज को भी दबाने वाला था। हमें वह भूलना नहीं चाहिए।”
इस 50वीं संगोष्ठी में आपतकाल के समय जेल में रहे लोकतंत्र प्रहरी रहे गोपी चंद अग्रवाल, नरेंद्र नाथ, सुनील मनोचा, पूर्व एडिशनल एडवोकेट जर्नल एडवोकेट राकेश भारती, कमल किशोर पाधा, स्वर्गीय कुलदीप सचदेवा जी को सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री त्रिलोक कपूर जी उपस्थित रहे। साथ में पूर्व मंत्री व धर्मशाला के विधायक सुधीर शर्मा, हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पवन काजल, पूर्व विधायक अरुण कुमार मेहरा "कूका", पूर्व विधायक विशाल नेहरिया, वरिंदर चौधरी, ज़िला कांगड़ा भाजपा अध्यक्ष सचिन शर्मा, हिमाचल प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश सचिव विशाल चौहान, प्रदेश प्रवक्ता राकेश शर्मा, प्रदेश मीडिया सह-प्रभारी एडवोकेट विश्व चक्षु, प्रदेश ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष विनय चौधरी "बाबर", पूर्व मेयर ओंकार नेहरिया, पार्षद अनुज धीमान, मुनिश सूद, ज़िला कांगड़ा भाजपा महामंत्री देवेंद्र कोहली, राकेश चौहान "पिंका", ज़िला कांगड़ा भाजपा महिला मोर्चा अध्यक्ष रंजू रस्तोगी, प्रसिद्ध लोकगायक करनैल राणा, सुभाष पुरी, पारस शर्मा, डॉ. विशाल नेहरिया, राकेश भारद्वाज, सुशील कपूर "सिल्लू", अक्षय शर्मा, सर्वजीत धीमान, शुभम सूद, सत्यपाल सोनी, चंपा भारद्वाज, शक्ति चड्ढा, निशा शर्मा, ललिता वशिष्ठ, रीना शर्मा, प्रेरणा शर्मा, सतिंदर गौतम, सुभाष चौधरी, कांगड़ा मंडल अध्यक्ष अशोक कुमार, मंडल अध्यक्ष रवि दत्त आदि सैंकड़ों भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे।