Saturday, October 12, 2024

Editorial

संजीवनी’ः पशुधन देखभाल में एक अनूठी पहल

संजीवनी’ः पशुधन देखभाल में एक अनूठी पहल

क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय को मिली पहली विद्युत वाहन

क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय को मिली पहली विद्युत वाहन

पैराग्लाइडिंग ने बदली बीड़-बिलिंग की तकदीर

पैराग्लाइडिंग ने बदली बीड़-बिलिंग की तकदीर

प्रदेश में यूविन पोर्टल के माध्यम से होगी बच्चों के वैक्सीनेशन की निगरानी

प्रदेश में यूविन पोर्टल के माध्यम से होगी बच्चों के वैक्सीनेशन की निगरानी

ज़िला में 9 से 11 माह के 824 शिशुओं का पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है

ज़िला में 9 से 11 माह के 824 शिशुओं का पूर्ण टीकाकरण किया जा चुका है

युवाओं के भविष्य को संवारने में जुटी प्रदेश सरकार

युवाओं के भविष्य को संवारने में जुटी प्रदेश सरकार

बुजुर्ग और दिव्यांग हों या कोई बेसहारा, सरकार की पेंशन बनी सहारा

बुजुर्ग और दिव्यांग हों या कोई बेसहारा, सरकार की पेंशन बनी सहारा

मुख्यमंत्री एक बीघा योजना महिलाओं के जीवन में लाई खुशहाली

मुख्यमंत्री एक बीघा योजना महिलाओं के जीवन में लाई खुशहाली
 

राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र में 16.51 लाख घरों को निःशुल्क उपलब्ध करवा रही है पेयजल

राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्र में 16.51 लाख घरों को निःशुल्क उपलब्ध करवा रही है पेयजल

सूचना प्रौद्योगिकी के सर्वाेत्कृष्ट उपयोग से हिमाचल में हुए क्रांतिकारी सुधार

सूचना प्रौद्योगिकी के सर्वाेत्कृष्ट उपयोग से हिमाचल में हुए क्रांतिकारी सुधार

कामगारों के लिए वरदान साबित हो रही भवन एवं अन्य सन्निर्माण की कल्याणकारी योजनाएं

प्रदेश में 74.50 लाख आबादी को रियायती दरों पर उपलब्ध करवाया जा रहा खाद्यान्न

प्रदेश में 74.50 लाख आबादी को रियायती दरों पर उपलब्ध करवाया जा रहा खाद्यान्न

डबल इंजन सरकार की कल्याणकारी योजनाओं ने बदली हिमाचल की तस्वीर

डबल इंजन सरकार की कल्याणकारी योजनाओं ने बदली हिमाचल की तस्वीर

महिलाओं के लिए लैंगिक समानता सुनिश्चित करने में जेंडर बजट स्टेटमेंट की महत्त्वपूर्ण भूमिका

महिलाओं के लिए लैंगिक समानता सुनिश्चित करने में जेंडर बजट स्टेटमेंट की महत्त्वपूर्ण भूमिका

संजना शर्मा के रेस्टोरेंट में ‘स्वरोजगार का स्वाद’

संजना शर्मा के रेस्टोरेंट में ‘स्वरोजगार का स्वाद’

किसानों ने खेती की दिशा और तरीकों में बदलाव से बदली तकदीर

किसानों ने खेती की दिशा और तरीकों में बदलाव से बदली तकदीर

किसानों ने खेती की दिशा और तरीकों में बदलाव से बदली तकदीर

किसानों ने खेती की दिशा और तरीकों में बदलाव से बदली तकदीर

किसानों ने खेती की दिशा और तरीकों में बदलाव से बदली तकदीर

किसानों ने खेती की दिशा और तरीकों में बदलाव से बदली तकदीर

बंजर जमीन को प्राकृतिक खेती से बनाया उपजाऊ, अब वहां ‘सोना’ उगा रहे अजय

बंजर जमीन को प्राकृतिक खेती से बनाया उपजाऊ, अब वहां ‘सोना’ उगा रहे अजय

विलुप्त होती जड़ी बूटियों की पहचान होगी आसान, वादी-ए-भूलाह में राज्य का पहला जैव विविधता पार्क तैयार

एच.पी. शिवा से फल राज्य बनेगा हिमाचल

बागवानी क्षेत्र हिमाचल प्रदेश में आय के विभिन्न स्रोत उत्पन्न कर लोगों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में सहायक सिद्ध हो रहा है। वर्तमान में राज्य में 2.34 लाख हेक्टेयर क्षेत्र बागवानी के अधीन है। गत चार वर्षों में प्रदेश में 31.40 लाख मीट्रिक टन फल उत्पादन हुआ है।

पेयजल आपूर्ति एवं जल विद्युत उत्पादन में अहम भूमिका निभाएगी रेणुका जी बांध परियोजना

पेयजल आपूर्ति एवं जल विद्युत उत्पादन में अहम भूमिका निभाएगी रेणुका जी बांध परियोजना

महिलाओं ने 1 लाख 39 हजार रुपये के बेचे मुर्गा

प्रदेश के घर-घर पहुंचा नल से जल

देश के सभी घरों तक नल से जल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र सरकार ने जल जीवन मिशन की शुरूआत की। हिमाचल सरकार इस मिशन का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन सुनिश्चित कर रही है।
 

हिमाचल के किसानों को खूब भा रही प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना

हिमाचल के किसानों को खूब भा रही प्राकृतिक खेती-खुशहाल किसान योजना
हिमाचल में प्राकृतिक खेती से जुड़े हैं 1.53 लाख से ज़्यादा किसान, सरकार से मिले 46 करोड़ से ज़्यादा के लाभ
मंडी ज़िले में 26 हज़ार 143 किसान कर रहे प्राकृतिक खेती

प्राकृतिक खेती बनी आकर्षण का केंद्र, प्रधानमंत्री ने किसानों से इसे अपनाने का किया आग्रह

सरकार के 4 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में प्राकृतिक खेती आकर्षण का केंद्र बनी रही। 

अटल टनल ने सिसु को दिए नए मायने

लाहौल-स्पीति एक जनजातीय जिला है। नैसर्गिक खूबसूरती की एक अलग झलक यहां देखने और महसूस करने को मिलती है। जिले की दूसरी विशेषता है भौगोलिक दृष्टि से हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा जिला होना। लाहौल- स्पीति ने अपने अस्तित्व में आने के बाद विभिन्न चुनौतियों के बीच अपनी विकास यात्रा जारी रखी

युग पुरुष मास्टर मित्र सेन

मास्टर मित्रसेन का जन्म 29 दिसंबर 1895 को कांगड़ा जिला (तत्कालीन पंजाब के राज्य का भाग) के मुख्यालय धर्मशाला स्थित तोतारानी धारा खोला नामक स्थान में हुआ। 

सेवा और सिद्धि के, चार साल समृद्धि के जय राम सरकार की सहारा योजना ने 4 हजार 105 को मुसीबत में दिया सहारा

सेवा और सिद्धि के, चार साल समृद्धि के
जय राम सरकार की सहारा योजना ने 4 हजार 105 को मुसीबत में दिया सहारा

योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत प्रदेश सरकार

योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिससे शांति, आत्मविश्वास और शक्ति मिलती है। साथ ही योग मनुष्य को प्रकृति से भी जोड़ता है। योग भारतीय मनीषियों द्वारा प्रदत्त वह पुरातन ज्ञान है, जो भारतीय परम्परा व समृद्ध संस्कृति का अभिन्न अंग बन

योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत प्रदेश सरकार

योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिससे शांति, आत्मविश्वास और शक्ति मिलती है। साथ ही योग मनुष्य को प्रकृति से भी जोड़ता है। योग भारतीय मनीषियों द्वारा प्रदत्त वह पुरातन ज्ञान है, जो भारतीय परम्परा व समृद्ध संस्कृति का अभिन्न अंग बन

योग को जन-जन तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत प्रदेश सरकार

योग एक शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिससे शांति, आत्मविश्वास और शक्ति मिलती है। साथ ही योग मनुष्य को प्रकृति से भी जोड़ता है। योग भारतीय मनीषियों द्वारा प्रदत्त वह पुरातन ज्ञान है, जो भारतीय परम्परा व समृद्ध संस्कृति का अभिन्न अंग बन

जिला चम्बा की पांगी घाटी में 2162 बी.पी.एल. परिवारों को उपलब्ध करवाई जाएगी आॅफ ग्रिड पाॅवर प्लांट

प्रदेश सरकार राज्य में ऊर्जा स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए प्रयासरत है और इस उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। राज्य के जनजातीय क्षेत्र कठिन परिस्थितियों के कारण सर्दियों में ट्रांसमिशन लाइन व ग्रिड फेलियर के कारण बिजली से वंचित रह जाते हैं।

गोल्डन महाशीर को विलुप्त होने से बचाने में हिमाचल सरकार के सराहनीय प्रयास


गोल्डन महाशीर को विलुप्त होने से बचाने में हिमाचल सरकार के सराहनीय प्रयास
शिमला। प्रदेश सरकार द्वारा गोल्डन महाशीर को विलुप्त होने से बचाने के लिए शुरू की गई संरक्षण योजना के सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। हिमाचल प्रदेश के जलाशयों और नदियों में इस प्रजाति की स्थिति में व्यापक स्तर पर सुधार हुआ है।

जिला में कृषि पैदाबार बढ़ाने के लिए कारगार साबित हो रहीं भू संरक्षण विभाग की सिंचाई योजनाएं

 जिला में कृषि पैदाबार बढ़ाने के लिए कारगार साबित हो रहीं भू संरक्षण विभाग की सिंचाई योजनाएं

-किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधाओं के लिए कुल्लू जिला में व्यय किए जा रहे 2 करोड़ 95 लाख
-बेहतर सिंचाई सुविधाएं बदल रही किसानों की तकदीर व तसबीर, सपने होने लगे साकार
कुल्लू। उपमंडलीय भू संरक्षण विभाग कुल्लू द्वारा जिला कुल्लू में किसानों के कल्याणार्थ विभिन्न प्रकार की सिंचाई योजनाएं चलाई गई हैं।

‘कोहला’ कूहल से सालों बाद संभव हुई धान की खेती

 ‘कोहला’ कूहल से सालों बाद संभव हुई धान की खेती

कांगड़ा। काँगड़ा जिला के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत, अप्पर लंज के गरीब 60 परिवारों के लिए राज्य सरकार के जल शक्ति विभाग द्वारा निर्मित ‘कोहलाञ कूहल खुशियों की सौडात लेकर आई है। कोहला कूहल के बनने से अप्पर लंज में सालों बाद धान की खेती का पुनर्जीवन संभव हो पाया है।

आशा और मीना के जीवन में मुस्कान लेकर आई हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना

 आशा और मीना के जीवन में मुस्कान लेकर आई हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना
शिमला। आशा अपनी खराब माली हालत के चलते गैस कनेक्शन नहीं खरीद पा रही थी। उसके पति रविन्द्र सिंह का कुछ वर्ष पूर्व देहावसान हो चुका है। 

बैजनाथ शिव मंदिर उत्तर भारत का प्रसिद्ध शक्तिपीठ

 बैजनाथ शिव मंदिर उत्तर भारत का प्रसिद्ध शक्तिपीठ
-लोगों की धार्मिक आस्था का महत्वपूर्ण केन्द्र बैजनाथ शिव मंदिर
कांगड़ा। शिवरात्री पर बैजनाथ में उमड़ता है भक्तों का सैलाब
हिमाचल प्रदेश हमेशा अपनी विशेष संस्कृति, लोक शिल्प एवं लोक कलाओं के लिए प्रसिद्ध रहा है। प्रदेश को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है।

पौंग जलाशय से 2800 मछुआरों को मिला रोजगार

पौंग जलाशय से 2800 मछुआरों को मिला रोजगार

शिमला। प्रदेश सरकार कांगड़ा जिला की शिवालिक पहाडिय़ों की तलहटी में बने पौंग बांध जलाशय के माध्यम से लगभग 2800 मछुआरों को रोजगार उपलब्ध करवा रही है। वर्ष 2019-20 में इस जलाशय से 266 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से मछली की बिक्री हुई जो देश के सभी बड़े जलाशयों की तुलना में अधिक है।

कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं कार्यन्वित

कमजोर वर्गों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं कार्यन्वित

कांगड़ा। प्रदेश सरकार द्वारा समाज के सभी वर्गों विशेषकर कमजोर वर्गों के उत्थान पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि हर वर्ग को विकास एवं उन्नति के समान अवसर उपलब्ध हों। गत दो वर्षों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग तथा अल्पसंख्यकों के कल्याण और उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोडऩे के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई हैं।
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